निदान संस्था का गठन 24 फरवरी को अपने पंजीयन स्वरूप में रजि. न. 26160 के रूप में हुआ| निदान संस्था का मोटो “एक कदम समाधान से परिणाम की और है” है जिसका अर्थ न सिर्फ समस्या बल्कि साथ ही साथ निदान निदान संस्था उसके परिणाम तक जाती है| समाज पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव का भी बड़ी खूबसूरती के साथ समाचार पत्रों के द्वारा करते है|
*** परिचय ***
नाम :- डॉ. सुषमा सिंह
जन्म स्थान :– बनारस (उत्तर प्रदेश)
शिक्षा : – ऍम.ए, ऍम फील, पी.एच्.डी, ऍम एस. डब्लू
विवाह :– श्री अजीत कुमार सिंह (जी.ऍम ) भूषण स्टील प्लांट
व्यवसाय / नौकरी – 2007 से अस्सिस्टेंट प्रो. महिला महाविद्यालय बनारस, 2011 में सी.ऍम.डी महाविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ , 2014 में सेंट्रल यूनिवर्सिटी गुरु घासीदास यूनिवर्सिटी लॉ डिपार्टमेंट में 2015 में यूनिवर्सिटी में त्याग पत्र दिया और अगस्त 2015 में निदान संस्था का गठन कर महिलाओं के क्षेत्र में स्वास्थ्य व रोजगार के विषय पर कार्य करने का निर्णय लिया|
2015 में निदान संस्था की अध्यक्ष होने के नाते उन्होंने ग्रामीण किशोरिओ / महिलाओ के स्वास्थ्य पर काम शुरू किया धीरे-धीरे उन्होंने पाया की ज्यादातर किशोरिया अपने मासिक धर्म के दौरान स्कूल नहीं जाती और पाया की ग्रामीण किशोरियों व छात्राये अपने मासिक धर्म के दौरान स्कूल आना बंद कर देती है I ख़ास कर शुरूआती तीन से चार दिन तो आवश्यक रूप से – स्कूल ना आने के खास कारणों के बिंदु पर जानने की जिज्ञाषा हुई ,